ऐ खुदा वन्दे जहां ऐ खालिके लैलो नहार | Hamd - Aye Khuda Bande Jahan Aye Khalik

ऐ खुदा वन्दे जहां ऐ खालिके लैलो नहार 

हो नहीं सकती तेरी हम्द व सना है बेशुमार


तू दो आलम का हकीकी मालिक व मुख्तार है 

ज़र्रे ज़र्रे पे तेरा चलता है हुक्म व इक्तदार


तूने बख़्शी है फलक के चांद तारों को चमक 

तेरी कुदरत से गुल व गुन्चा पे आता है निखार 


रहमते आलम के दामाने करम का वास्ता 

बख़्श दे मेरे गुनाहों को हूं नादिम व शर्मसार


खोल दे मेरी दुआओं के लिए बाबे कुबूल 

अर्ज़ करता हूं तेरे आगे ब चश्मे अश्कबार



MUHAMMAD SAQIB

My Name Is Muhammad Saqib Raza Qadri Qureshi ( SAQIB QADRI ASJADI ) From PILIBHIT Nearest Bareilly Uttar Pradesh India 262001 | I am currently pursuing Bachelor of Arts

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