जहां में हुक्मरानी है इमाम अहमद रजा खां की
बरेली राजधानी है इमाम अहमद रजा खां की
रजा का सदका खाते हैं रजा के गीत गाते हैं
मुकम्मल जिंदगानी है इमाम अहमद रजा खां की
यह वादी है रजा खां की इलाका है रजा खां का
यहां पर पासबानी है इमाम अहमद रजा खां की
गुलिस्ताने रजा के फूल मुरझाया नही करते
क्योंकि बागबानी है इमाम अहमद रजा खां की
जिसे अग्यार भी सुन सुन के हो जाते हैं गरविदा
जहां पर जूफिशानी है इमाम अहमद रजा खां की
वहां के जरें भी हैं जगमगाते मिस्ले मेहर व मेह
जहां पर जूफिशानी है इमाम अहमद रजा खां की
किया ईमान को ताजा तजद्दुद दीन को दे दी
तसददुक मेहरबानी है इमाम अहमद रजा खां की